“Yash’s TOXIC Technology Reshapes Indian Filmmaking Landscape”
इनडिन सिनेमा को अलग लेवल पर ले जाने वाले हैं। केजीएफ वाले Yash टेक्नोलॉजी के मामले में रॉकी भाई की फ़िल्म अब झंडे गाड़ने वाली है। बताया जा रहा है कि TOXIC में यूज़ हो रही एकदम नई किस्म की टेक्नोलॉजी तो क्या है? ये नई टेकनिक जिसका इस्तेमाल फ़िल्म TOXIC में किया जा रहा है, क्या इस टेक्नीक से ऐक्शन सीन को जानदार एकदम लाइव बनाने की प्लानिंग हो रही है? आखिर मेकर्स ने यश ने अपनी फ़िल्म TOXIC को किस तरह से नेक्स्ट लेवल पर ले जाने का विचार किया है?
फ़िल्म का प्री प्रोडक्शन वाला काम चल रहा है। यानी कि फ़िल्म में कौन कौन से स्टार कास्ट होंगे? TOXIC को किन किन लोकेशन पर शूट किया जाएगा? ये सब तय करने के प्री प्रोडक्शन वाला काम शुरू हो गया है
और अब इसके लिए सबसे पहला कदम है कि फ़िल्म की पूरी प्लानिंग के साथ मल्टीलिंगुअल रैलीस यानी अलग अलग भाषाओं में रिलीज करना। इसके अलावा मेकर्स फ़िल्म के विजुअल्स पर बहुत मेहनत कर रहे हैं और अब अंदरखाने से खबर आई है कि TOXIC के लिए इस टन ट्विन्स टेक्नोलॉजी का यूज़ किया जायेगा। अब आप सोच रहे होंगे की ये नई बला क्या है?
तो आपको बता देंगे कॉम्प्लिकेटेड सीन्स को शूट करने से पहले कंप्यूटर पर उसे पूरी तरह से तैयार करने के लिए इस टेक्नीक को यूज़ किया जाता है। जिससे समझ आ सके की उस शूट में क्या प्रॉब्लम्स खड़े हो सकते हैं और उसे बेहतर कैसे बनाया जा सकता है?
मतलब की फ़िल्म से रिलेटेड ग्राफिक्स, ऐक्शन, कोरियोग्राफी, कैमरा, ऐंगल, सेफ्टी और म्यूसिक समेत सभी बातों का ध्यान इस स्टंट टेक्नोलॉजी में रखा जाता है। ये सब तो हो गए टेक्नोलॉजी वाले जो विज़ुअली किसी भी फ़िल्म को सुपर लेवल पर स्ट्रॉन्ग और सिनेमैटिक एक्स्पेन्स देने में हेल्प करते है, यश भी बतौर ऐक्टर इस फ़िल्म पर पूरी तरह जुटे हुए हैं।
इतना ही नहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक फ़िल्म TOXIC में मॉक शूट्स हो रहे हैं। यानी सेन को फाइनली शूट करने से पहले एक बार टेस्ट शूट किया जा रहा है ताकि फाइनल शूट में किसी भी तरह की कोई समस्या ना खड़ी हो जाए। जिसतरह की तैयारियां हो रही है उससे ऐसा लग रहा है की Yash अपनी इस फ़िल्म में जबरदस्त धुआंधार करने की प्लानिंग में है!